Dear children…
Today we have going to tell you a short story named as ”The thirsty crow”.
Read it carefully…
The thirsty crow…
- Once a time It was a hot summer day. A crow was very thirsty.
- He flew here and there in search of water.
- But he could not find water anywhere. As it was a summer day, all lakes and rivers had dried up.
- At last, he found a water pot laying in the outside of the one house.
- He flew up to the pot and peeped in.
- He was very happy. He found some water in the pot.
- He tried to reach for the water but could not reach it.
- He looked here and there.
- An idea flashed suddenly in his head.
- He picked up some stones lying around, one by one and dropped into the pot.
- Slowly the water rose up.
- Finally, the crow could reach the water. He drank the water and flew away happily.
Moral of this story is ” If there is a will there is a way.”
प्यासा कौवा…The thirsty crow…
प्यारे बच्चों…
आज हम आपको एक छोटी सी कहानी बताने जा रहे हैं ”
इसे ध्यान से पढ़ें…
- एक बार की बात है, गर्मी का दिन था। एक कौआ बहुत प्यासा था।
- वह पानी की तलाश में इधर-उधर उड़ता रहा।
- लेकिन उसे कहीं भी पानी नहीं मिला. चूँकि गर्मी के दिन थे, सभी झीलें और नदियाँ सूख गई थीं।
- आख़िरकार उसे एक घर के बाहर एक पानी का बर्तन पड़ा हुआ मिला।
- वह उड़कर बर्तन के पास गया और अंदर झाँकने लगा।
- वह बहुत खुश हो गया। उसे बर्तन में कुछ पानी मिला।
- उसने पानी तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन पानी तक नहीं पहुंच सका।
- उसने इधर उधर देखा.
- उसके दिमाग में अचानक एक विचार आया।
- उसने आसपास पड़े कुछ पत्थर एक-एक करके उठाए और बर्तन में डाल दिए।
- धीरे-धीरे पानी ऊपर आ गया।
- आख़िरकार, कौआ पानी तक पहुँच सका। उसने पानी पिया और खुशी से उड़ गया।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है की “जहाँ चाह है वहाँ राह है।”
The thirsty crow…
Join what’s up group for more Information 👉Englisheducator 1