Dear children…
Today I have going to tell you a short story named as
“THE MOUSE AND THE FULL…”
Read it carefully…
THE MOUSE AND THE FULL…
“THE MOUSE AND THE FULL…“
- Onece upon a time, It was a hot day.
- A bull was sound asleep under a shady tree. The bull was snoring loudly.
- This sound noise evoked the curiosity of a small mouse passing that way.
- The mouse climbed up to the nose of the bull. As the bull snored, the mouse bit his nose mildly for fun’s sake.
- But the bull woke up and snorted, ” Who bit me and woke me up?”
- The little mouse replied ” Sorry Mr. Bull! I bit you playfully, but I did not expect to wake you up.”
- The bull got wild. He started to chase the small mouse.
- The mouse began ton run for his life. At last he found a small hole in a stone wall.
- He ran into the hole and waited to see what the bull is going to do.
- The bull came dashing upto the wall. He was not able to catch the mouse.
- He roared,” You silly creature! I will teach you a lesson” and dashed against the wall. The wall was too strong for the full.
- The bull heard the mouse saying “Why are you breaking your head for so small thing?”
- He left the place immediately.
The moral of this story is “might is not always right”
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एक चूहे और बैल की कहानी…
प्यारे बच्चों…
आज मैं आपको एक छोटी सी कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसका नाम है
“चूहा और बैल…”
इसे ध्यान से पढ़ें…
- एक बार की बात है, बहुत गर्मी का दिन था।
- एक छायादार पेड़ के नीचे एक बैल गहरी नींद में सो रहा था। बैल जोर-जोर से खर्राटे ले रहा था।
- इस खर्राटे की आवाज ने उस रास्ते से गुजर रहे एक छोटे चूहे की जिज्ञासा जगा दी।
- चूहा बैल की नाक तक चढ़ गया। जैसे ही बैल ने खर्राटे लिए, चूहे ने मनोरंजन के लिए उसकी नाक को हल्के से काट लिया।
- लेकिन बैल जाग गया और फुँफकारने लगा, “मुझे किसने मेरे नाक की चोंटी पर काटकर जगाया?”
- छोटे चूहे ने उत्तर दिया, “क्षमा करें बैल महाराज ! मैंने आपको खेल-खेल में काट लिया था, लेकिन मुझे यह उम्मीद नहीं थी कि आप जाग जायेंगे।”
- बैल जंगली हो गया उसे चूहे का बहुत गुस्सा आया। उसने छोटे चूहे का पीछा करना शुरू कर दिया।
- चूहा अपनी जान बचाने के लिए भागने लगा। आख़िरकार उसे एक पत्थर की दीवार में एक छोटा सा छेद मिला।
- वह बिल में भाग गया और यह देखने के लिए इंतजार करने लगा कि बैल क्या करने वाला है।
- बैल तेजी से दीवार तक आ गया। वह चूहे को पकड़ नहीं पाया ।
- वह दहाड़ा, “अरे मूर्ख प्राणी! मैं तुम्हें सबक सिखाऊंगा” और दीवार से टकरा गया। दीवार पूरी तरह से बहुत मजबूत थी।
- अंदर से बैल ने चूहे को यह कहते हुए सुना, “तुम इतनी सी बात के लिए अपना सिर क्यों फोड़ रहे हो?”
- बैल तुरंत वहां से चला गया.
इस कहानी से हमें येह सिख मिलती है की “ताकत हमेशा सही नहीं होती”
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