Dear students…
Today we have going to tell you a short story of The Wolf and the Lamb.
The Wolf and the Lamb…
Read it carefully…
- Once a lamb went to a stream to drink water.
- As he was drinking water, a wolf also came there for drinking water.
- He saw the lamb and thought, “The flesh of this little one must be soft and sweet. I should catch him for my food.”
- So he went closer to the lamb and said, “You are making my drinking water dirty.”
- The lamb said, “No, It can’t be so, because the water is flowing down to me from your end.”
- The wolf said, “Don’t argue with me. Perhaps you are the same rude fellow who abused me last month.”
- The lamb said. “I was not even born last month.”
- The wolf said, ” In that case, it must be your mother who abused me.”
- So saying, the wolf pounced upon the poor lamb and killed him without any reason.
- The moral of this story is “keep away even from the shadow of an evil person.”
प्रिय विद्यार्थियो…
आज हम आपको भेड़िया और मेम्ने की एक छोटी सी कहानी बताने जा रहे हैं…
इसे ध्यान से पढ़ें…
- एक बार एक मेमना पानी पीने के लिए एक झरने के पास गया।
- जब वह पानी पी रहा था तो एक भेड़िया भी पानी पीने के लिए वहां आ गया।
- उसने मेमने को देखा और सोचा, “इस छोटे बच्चे का मांस नरम और मीठा होगा। मुझे इसे अपने भोजन के लिए पकड़ना चाहिए।”
- तो वह मेमने के करीब गया और बोला, “तुम मेरे पीने का पानी गंदा कर रहे हो।”
- मेमने ने कहा, “नहीं, ऐसा नहीं हो सकता, क्योंकि पानी तुम्हारी ओर से बहकर मेरी ओर आ रहा है।”
- भेड़िये ने कहा, “मुझसे बहस मत करो। शायद तुम वही असभ्य व्यक्ति हो जिसने पिछले महीने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया था।”
- मेमने ने कहा. “पिछले महीने मेरा जन्म भी नहीं हुआ था।”
- भेड़िये ने कहा, “उस स्थिति में, यह तुम्हारी माँ ही होगी जिसने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया।”
- इतना कहकर, भेड़िया बेचारे मेमने पर झपटा और बिना किसी कारण के उसे मार डाला।
इस कहानी हमें यह सिख मिलती है की “बुरे व्यक्ति की छाया से भी दूर रहो।”
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