Dear students…
Today we have going to tell you a short story of The Mountain and the Mouse. (A Big Mountain and a Small mouse) …
The Mountain and the Mouse…
Read it carefully…
The Mountain and the Mouse…
- Many years ago, One day there was a battle of wits between a mountain and a mouse.
- The mountain said, “What a poor little thing you are !”
- The mouse snapped, “I know I am not as big as you are. But, then, you are not as small as I am.”
- ” Big size has big advantages,” Said the mountain.”I can stop the clouds sailing across the sky.”
- ” So you can,” agreed the mouse. ” But you can’t stop me from making big hole in your very foundation, can you?”
- The small mouse outwitted the mighty mountain.
The moral of the story is “Big or small, each one has his importance.” No one should be considered as a work because every thing has its own unique quality.
The end…
पहाड़ और चूहा…
प्रिय विद्यार्थियों…सभी को शुभ दोपहर…
आज हम आपको पहाड़ और चूहे की एक छोटी सी कहानी बताने जा रहे हैं। (एक बड़ा पर्वत और एक छोटा चूहा)…
इसे ध्यान से पढ़ें…👇
- बहुत दिन पहले, एक दिन एक पहाड़ और एक चूहे के बीच अक्ल की लड़ाई हो रही थी।
- पर्वत ने कहा, “तुम कितनी छोटी चीज़ हो!”
- चूहा बोला, “मुझे पता है कि मैं तुम्हारे जितना बड़ा नहीं हूं। लेकिन, फिर भी, तुम मेरे जितना छोटे नहीं हो।”
- “बड़े आकार के बड़े फायदे हैं,” पहाड़ ने कहा। “मैं आकाश में उड़ते बादलों को रोक सकता हूँ।”
- “तो आप कर सकते हैं,” चूहे ने सहमति व्यक्त की। “लेकिन आप मुझे आपकी नींव में बड़ा छेद करने से नहीं रोक सकते, क्या आप ऐसा कर सकते हैं?”
- छोटे से चूहे ने शक्तिशाली पर्वत को चकमा दे दिया।
कहानी से यहाँ सिख मिलती है की “बड़ा या छोटा, हर किसी का अपना महत्व है।” किसी को भी काम नहीं समझना चाहिए क्योंकि हर वस्तु का अपना एक अलग गुण होता है।